Blog
Rekhta Foundation
Read Urdu Blogs by Rekhta. Best Urdu articles about shayari, poets, authors and different aspects of Urdu Adab available in Urdu, Hindi and Roman scripts.
Flag this collection
Publication Type
- 204
Organization
- 204
Language
- 204
Year
- 5
- 26
- 61
- 112
Topics
- 6
- 6
- 3
- 2
- 2
- 2
Rekhta Foundation · 21 May 2022 English
किताबों से परे ज़िन्दगी का तसव्वुर करना भी तसव्वुर के सिवा और क्या है। बल्कि महसूस करके देखा जाए तो किताबों का एक-एक सफ़्हा न जाने कितनी ज़िन्दगियों से लिपटा …
Rekhta Foundation · 20 May 2022 English
अच्छी किताब अपने पाठक के लिए ऐसे दोस्त की हैसियत रखती है जो उस को कभी तन्हाई का एहसास नहीं होने देती, यह एक ऐसे हमसफर की तरह है जो …
Rekhta Foundation · 16 May 2022 English
शायरी में अलग अलग थीम्स और उनसे जुड़े किरदार होते हैं जैसे इश्क़ की थीम है तो उसमें आशिक़ होगा, महबूब होगा, रक़ीब होगा, और कभी कभी उपदेश देने वाले …
Rekhta Foundation · 7 May 2022 English
ماں دنیا كا مقدس ترین رشتہ ہے، جس كا كوئی نعم البدل نہیں۔ ماں كے اس ممتا بھرے عظیم رشتے كو شہرت كی بلندیوں پر پہنچانے میں کئی ادیبوں نے …
Rekhta Foundation · 25 April 2022 English
अगर उर्दू शायरी में हम मोहब्बत की बात करें तो ऐसा नहीं हो सकता कि हमारे ज़ेहन में ‛‛बशीर बद्र’’ साहब का नाम न आए। आज की इस रफ़्तार-भरी ज़िन्दगी …
Rekhta Foundation · 5 April 2022 English
साल 2022 उर्दू सहाफ़त के हवाले से इंतिहाई अहम साल है। इस साल उर्दू ज़बान की सहाफ़त अपनी ‘उम्र के दो सौ साल मुकम्मल कर रही है। 27 मार्च 1822 …
Rekhta Foundation · 4 April 2022 English
यूँ तो उर्दू सहाफ़त के आग़ाज़ का सेहरा हफ़्तावार 'जाम-ए-जहाँ-नुमा' के सर बाँधा जाता है, जो पंडित हरिहर दत्त ने 1822 में कलकत्ता से शाए’ किया था, लेकिन उस से …
Rekhta Foundation · 30 March 2022 English
कमाल अमरोही अपने तरीके से जिए। अपने तरीके से फिल्में भी बनाईं, एक लंबे जीवन में सिर्फ चार फिल्मों का निर्देशन किया। ‘पाकीज़ा’ और ‘रज़िया सुल्तान’ इन दो फिल्मों को …
Rekhta Foundation · 24 March 2022 English
पाकीज़ा फिल्म में जब मीना कुमारी राजकुमार से कहती है, “आप आ गए और आप की दिल की ध़डकनों ने मुझे कहने भी नहीं दिया कि मैं एक तवायफ हूं…” …
Rekhta Foundation · 21 March 2022 English
कमाल अमरोही की फिल्मों पर चर्चा करते वक्त दो ऐसी फिल्मों पर बात करना जरूरी है, जिनको उन्होंने निर्देशित नहीं किया है मगर उन पर कमाल अमरोही की छाप स्पष्ट …