यह चित्रकारी, कलाकार द्वारा अपने जीवन के अंतिम चरण में प्रयुक्त, सुमी-ए जापानी तकनीक से प्रेरित, एकरंगी स्याही और जलरंग चित्रकारियों की एक श्रृंखला से संबंधित है। इन रचनाओं को न्यूनतम रूप से बनाया गया था, जहाँ एक सहज दृष्टिकोण से प्राकृतिक रूपों को बनाने के लिए स्याही से केवल कुछ ही रेखाएँ बनाई गईं थीं। यह चित्रकारी ‘एक बैलगाड़ी के पीछे के दृश्य वाली श्रृंखला से संबंधित है। कलाकार ने अग्रभाग में एक बैलगाड़ी के पीछे के दृश्य को बनाया है, जिसमें रेखाओं की एक ऐसी श्रृंखला है जो रंग-संबंधी विविधताओं में चित्र के लय और आकार को दर्शाती है। यह चित्रकारी, श्री बिस्वरूप बोस और श्रीमती निवेदिता बोस के संग्रह से खरीदी गई थी, जो नंदलाल बोस की संतानें थीं। इसमें, दिनांक '28.1.59' अभिलिखित है, और कूँची से, काले रंग में, चित्रकारी के बाएँ हाशिये पर लंबवत रूप से, बंगाली मे 'नंदा' हस्ताक्षरित किया गया है। चित्रकारी में लाल रंग में, कलाकार की निजी मुहर भी है। वर्तमान में यह राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, नई दिल्ली में प्रदर्शित है।
- Identifier
- ngma-05477
- Material
- Watercolour, Paper
- Pages
- 26.4 x 22.4 cm
- Published in
- India
- Type
- चित्रकारी