यह चित्रकारी, कलाकार द्वारा अपने जीवन के अंतिम चरण में प्रयुक्त, सुमी-ए जापानी तकनीक से प्रेरित, एकरंगी स्याही और जलरंग चित्रकारियों की एक श्रृंखला से संबंधित है। इन रचनाओं को न्यूनतम रूप से बनाया गया था, जहाँ एक सहज दृष्टिकोण से प्राकृतिक रूपों को बनाने के लिए स्याही से केवल कुछ ही रेखाएँ बनाई गईं थीं। उपर्युक्त चित्रकारी में शॉल में लिपटी दो महिलाओं को दर्शाया गया है। इसमें कलाकार ने रेखाओं की एक ऐसी श्रृंखला प्रस्तुत की है जो रंग-संबंधी विविधताओं में चित्रकारी की लय और आकृति को दर्शाती है। यह चित्र श्री बिस्वरूप बोस और श्रीमती निवेदिता बोस के संग्रह से खरीदा गया था, जो नंदलाल बोस की संतानें थीं। कलाकार ने, काले रंग में, कूँची के साथ, चित्रकारी के ऊपरी-दाएं कोने में पर लंबवत '26.6.62’ दिनांकित किया, 'नंदा' हस्ताक्षरित किया और बंगाली में 'सुबह 7 बजे, मंगलवार' अंकित किया है। इस चित्रकरी में लाल रंग से कलाकार की निजी मुहर भी है।
- Identifier
- ngma-06992
- Material
- Watercolour, Paper
- Pages
- 42 X 32.5 cm
- Published in
- India
- Type
- चित्रकारी