कुकी और मैतेई दोनों समुदायों के लोग राहत शिविरों में अपने दिन काट रहे हैं. जघन्य हत्याओं की स्मृतियां उनके दिमाग़ में अब तक ताज़ा हैं. अपने भविष्य को लेकर उनके मन में चिंताएं और अनिश्चितताएं हैं
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- India
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- © Parth M.N.,Priti David,Prabhat Milind