इब्न-ए-इंशा और उनका चाँद नगर

16 Jan 2021

चाँद से मुतअल्लिक़ बहुत सारे मुहवारे भी हमारी ज़बान का हिस्सा हैं, मसलन ईद का चाँद होना, चार चाँद लगना वग़ैरह। इसके बावजूद जब मैं चाँद के हवाले से शायरी की बात करता हूँ तो मेरे ज़हन में सिर्फ़ दो नाम नुमायाँ होते हैं - पहला मीर तक़ी मीर और दूसरा इब्न-ए-इंशा। The post इब्न-ए-इंशा और उनका चाँद नगर appeared first on Best Urdu Blogs, Urdu Articles, Urdu Shayari Blogs.
books poets urdu urdu poetry uncategorized ibn-e-insha

Authors

Akash Arsh

Published in
India
Rights
© Akash Arsh

Related Topics

All