जौन तो एक धड़कता हुआ दमाग़ था!!

8 Nov 2021

जौन वो शमअ' थी जिसको मालूम था कि लोग उसके बुझने का नज़्ज़ारा करना चाहते हैं। जौन एलिया ने कभी कोशिश भी नहीं की समाज की उस रस्म को निभाने की, जिसमें अपने ज़ख़्मों को छुपाया जाता है, उनकी सर-ए-आम नुमाइश नहीं की जाती। रोया तो बीच महफ़िल रो दिया। The post जौन तो एक धड़कता हुआ दमाग़ था!! appeared first on Best Urdu Blogs, Urdu Articles, Urdu Shayari Blogs.
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Authors

Ajmal Siddiqi

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India
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