आईना-दर-आईना

4 Jul 2022

आईने ने शाइरों का काम बहुत आसान बनाया, इतना आसान कि उस पर हज़ारों शेर कहे गए और अब नए शोरा आईने पर शेर कहते हुए या तो नए ज़ाविए तलाश करते हैं, या इस इस्तिआरे से ही गुरेज़ करते नज़र आते हैं। The post आईना-दर-आईना appeared first on Best Urdu Blogs, Urdu Articles, Urdu Shayari Blogs.
urdu poetry uncategorized urdu shayari mir-taqi-mir irfan siddiqi aina poetry ameer minai shakeb jalali

Authors

Vijay Sharma

Published in
India
Rights
© Vijay Sharma