मेरा पैग़ाम मुहब्बत है…

9 Sep 2022

जिगर साहिब रिवायती ग़ज़ल के आख़िरी बड़े शायर हैं। लेकिन उनकी शायरी के आख़िरी दौर में कहीं-कहीं आधुनिकता के हल्के-हल्के रंग भी नज़र आने लगे थे। अगर जिगर साहिब को दस बरस की ज़िन्दगी और शायरी अता हो जाती तो मुमकिन है कि जिगर साहब जदीद शायरी की बुनियाद रखने वाले शायरों में भी गिने जाते। The post मेरा पैग़ाम मुहब्बत है… appeared first on Best Urdu Blogs, Urdu Articles, Urdu Shayari Blogs.
urdu poetry uncategorized urdu shayari jigar moradabadi death anniversary urdu poets

Authors

Zia Zameer

Published in
India
Rights
© Zia Zameer