कच्छ के एक झिन मछुआरा अपन संगवारी मन ला आगू बढ़े सेती एक ठन उछाह ले भरे गीत गाथे, वो मन सब्बो समंदर मं जाय के तियारी करत हवंय. कच्छ के लोकगीत मन के कड़ी मन ले एक ठन गीत
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- India
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- © Pratishtha Pandya,Jigyasa Mishra,Nirmal Kumar Sahu