अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ती भरियाटी भाषा

29 Oct 2024

भारिया समुदाय के किसान कमलेश डांडोलिया एक मुकम्मल लेखक हैं और भाषा के संग्रहण व संरक्षण में लगे हुए हैं. उनका कहना है कि उनकी मातृभाषा भरियाटी, हिंदी के मुक़ाबले पिछड़ तो रही ही है, बल्कि भाषा से जुड़ी अधिकांश चीज़ें पहले ही खो चुकी हैं

Authors

Ritu Sharma,Priti David,Devesh,Prabhat Milind

Published in
India
Rights
© Ritu Sharma,Priti David,Devesh,Prabhat Milind