क्या हमने कविताओं की सुननी छोड़ दी है?

17 Mar 2024

ऐसे दौर में, जब दुनिया रौशनी की तलाश में है और उसे प्रेम की सख़्त ज़रूरत है, देहवली भीली में लिखी यह कविता हमें कविताओं से दूर जाने के ख़तरों के बारे में चेताती है

Authors

Jitendra Vasava,Manita Kumari Oraon,Pratishtha Pandya

Published in
India
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© Jitendra Vasava,Manita Kumari Oraon,Pratishtha Pandya