भद्रराजू माटी के मटका बनाथे जेन मं 10 लीटर पानी भर सकथे. हरेक काम ह हाथ ले करे जाथे, कुछु काम मं ओकर घरवाली घलो वोला मदद करथे. अब जब कोडावतीपुडी के दीगर कुम्हार मन मसीन वाले चक्का चलाय ला सुरु कर दे हवंय, 70 बछर के ये तजुरबा वाले कुम्हार ह मसीन ले करे के कऊनो मन बनाय नई ये
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- Published in
- India
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- © Ashaz Mohammed,Sanviti Iyer,Nirmal Kumar Sahu