cover image: वसई में लोहे जैसा ढलता लोहार

20.500.12592/ncjt3fc

वसई में लोहे जैसा ढलता लोहार

29 Jan 2024

लोहारों की सातवीं पीढ़ी से ताल्लुक़ रखने वाले राजेश चाफेकर किसानों, केला व नारियल उगाने वालों, कसाइयों, मछुआरों के काम आने वाले औज़ारों के साथ-साथ, घरों में काम आने वाले उपकरण बनाते हैं. उनके हाथ से बने ज़्यादातर औज़ार उनके ही डिज़ाइन किए होते हैं

Authors

Ritu Sharma,Jenis J Rumao,Sanviti Iyer,Priti David,Prabhat Milind

Published in
India
Rights
© Ritu Sharma,Jenis J Rumao,Sanviti Iyer,Priti David,Prabhat Milind