स्थानीय प्रजातियों की वनस्पतियों और जीव-जंतुओं से भरे-पूरे पश्चिमी घाट का कास पठार लगभग 1,600 हेक्टेयर में फैला भूभाग है, जो प्राकृतिक-सौन्दर्य की दृष्टि से अप्रतिम है, लेकिन पर्यटकों की अनियंत्रित भीड़ के कारण इसकी अत्यंत नाज़ुक पारिस्थितिकी पर गंभीर ख़तरे मंडराने लगे हैं
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- India
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- © Jyoti Shinoli,Siddhita Sonavane,Prabhat Milind